दत्त साहब ने अपनी ज़िंदगी से पत्नी का आखिरी से आखिरी अंश भी मिटा डाला! दत्त साहब ने अपनी ज़िंदगी से पत्नी का आखिरी से आखिरी अंश भी मिटा डाला!
तुम्हारे खर्चे में से काट कर कुछ नहीं दिया मेरे बैंक में से दिए है जोकि मेरी मेहनत की क तुम्हारे खर्चे में से काट कर कुछ नहीं दिया मेरे बैंक में से दिए है जोकि मेरी मेह...